HMPV वायरस क्या है ,
एचएमपीवी वायरस का पूरा नाम : ( Human Metapneumovirus ) ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस है .
यह वायरस फेफड़ों पर असर डालता है जो मानव फेफड़ों और श्वसन पथ को प्रभावित करता है। इसका पहला डिस्कवरी 2001 में किया गया था , और ये वायरस हल्के से मध्यम लक्षणों का कारण बनता है, लेकिन कुछ मामलों में ये गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएं भी पैदा कर सकता है। एचएमपीवी का संक्रमण सामान्य सर्दी के लक्षण जैसे खांसी, बुखार, गले में खराश और बुखार पैदा करता है। ये वायरस आम तौर पर उन लोगों में ज्यादा गंभीर होता है जो पहले किसी सांस की बीमारी से पीड़ित होते हैं, जैसे अस्थमा या chronic obstructive pulmonary disease (COPD) से पीड़ित होते हैं।
एचएमपीवी वायरस संक्रमण के लक्षण :
एचएमपीवी के संक्रमण के लक्षण हल्के से गंभीर तक हो सकते हैं , और ये लक्षण आमतौर पर 3 से 7 दिन के अंदर दिखाई देते हैं। कुछ सामान्य लक्षण जो देखने को मिलते हैं, उनमें शामिल हैं :
1. खांसी : ये एक सामान्य लक्षण है और खांसी (बलगम के साथ) या सूखी हो सकती है।
2. गले में खराश : ये लक्षण संक्रमण के कारण गले में जलन होना या दर्द होना होता है।
3. नाक बंद होना : नाक बंद होना भी बहुत आम लक्षण हैं।
4. बुखार : ये भी एक सामान्य लक्षण है, जिसके शरीर का तापमान बढ़ जाता है जो हल्का से मध्यम हो सकता है।
5. सांस की तकलीफ : ये लक्षण कुछ मामलों में गंभीर हो सकता है, खास कर उन लोगों में जो पहले से ही सांस की बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं।
ज़्यादा तर लोग 1-2 हफ़्ते में ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में बुजुर्ग व्यक्ति, छोटे बच्चे, और प्रतिरक्षा-समझौता वाले मरीज़ मैं ये संक्रमण निमोनिया या तीव्र श्वसन संकट सिंड्रोम (ARDS) जैसी गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है.
HMPV का फैलावऔर ट्रांसमिशन:
HMPV का फैलाव मुख्य रूप से ड्रॉपलेट ट्रांसमिशन के माध्यम से होता है। जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता , छींकता या बात करता है, तो वायरस बूंदों के रूप में हवा में फैल जाते हैं और ये बूंदें फिर किसी दूसरे व्यक्ति के नाक , गले, या फेफड़ों तक पहुंच कर संक्रमण का कारण बनती हैं।
HMPV के ट्रांसमिशन का एक और तरीका सीधा संपर्क हो सकता है, जैसे संक्रमित जगह या वस्तुओं को छूना और फिर अपने चेहरे को छूना। इसलिए, HMPV का फैलाव उन स्थितियों में भी हो सकता है जब आप शारीरिक संपर्क में आते हैं या दूषित जगह को छूते हैं।
HMPV virus के Diagnosis and Treatment:
अगर आपको एचएमपीवी के लक्षण महसूस होते हैं, तो सबसे पहले आपको अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। डॉक्टर आपके लक्षणों का जांच करेंगे और वायरस संक्रमण के लिए परीक्षण करेंगे,
जैसे:
- Viral Cultures
- Polymerase Chain Reaction (PCR) Tests
- Rapid Antigen Tests
इन् परीक्षणो से वायरस की उपस्थिति की पुष्टि की जाती है। अभी तक HMPV virus के लिए कोई विशिष्ट एंटीवायरल उपचार उपलब्ध नहीं है।
HMPV virus से बचाओ :
HMPV को फेलने से रोकने के लिए कुछ जारुरी उपायों का पालन करें, जैसे:
1. नियमित रूप से अपना हाथ धोना, खास कर जब आप बीमार व्यक्ति के संपर्क में आएं।
2.खांसी या आते समय कोहनी का उपयोग करना, ताकी बूंदें पर्यावरण में न फेलें।
3.अगर आपको लगता है कि कोई व्यक्ति संक्रमित है, तो उसके निकट संपर्क से बचें।
HMPV का प्रसार रोकने के लिए कुछ निवारक उपायों का पालन करें , जैसे:
- बुखार और दर्द प्रबंधन : दर्द निवारक और बुखार कम करने वाली दवाएं जैसे पेरासिटामोल का प्रयोग करे
- शरीर को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है ताकि बलगम उत्पादन को नियंत्रित किया जा सके और शरीर का तापमान स्थिर रहे।
- उचित आराम लेना जरूरी होता है ताकि शरीर में संक्रमण से लड़ने में कुशल हो सके।
- गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती होना जरूरी है, खास कर अगर संक्रमण निमोनिया या एआरडीएस में विकसित हो जाए।