वजन घटाने वाली दवाइयाँ जैसे Ozempic अल्जाइमर और डिमेंशिया से बचाव में मदद कर सकती हैं , शोध में हुआ खुलासा
Ozempic (Semaglutide) : डायबिटीज़ की दवा जो दिमाग और वजन पर भी असर डालती है !
आज के समय में हेल्थ और फिटनेस की दुनिया में एक दवा का नाम बहुत चर्चा में है – Ozempic । इस दवा का निर्माण असल में Type 2 dibetes के इलाज के लिए किया गया है, लेकिन हाल के रिसर्च यह कर रहे हैं कि इसके लाभ ब्लड शुगर कंट्रोल तक ही सीमित नहीं हैं। यह वजन कम करने में मदद कर सकती है और यहां तक कि डिमेंशिया जैसे मानसिक रोगों से भी कुछ हद तक सुरक्षा दे सकती है।
Ozempic क्या है ?
Ozempic (सेमाग्लूटाइड) – एक प्रकार की GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट दवा है। इसे आमतौर पर सप्ताह में एक बार इंजेक्शन के रूप में लिया जाता है। यह दवा शरीर में इंसुलिन की क्रिया को बढ़ाकर ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है और भूख को भी कम करती है।
Ozempic के प्रमुख फायदे
1. ब्लड शुगर नियंत्रण – Ozempic टाइप 2 डायबिटीज़ के मरीज़ों में ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में बहुत असरदार है।
2. वजन घटाने में मददगार – यह दवा भूख को कम करती है, जिससे कम खाना होता है और वजन धीरे-धीरे घटने लगता है।
3. दिल और किडनी की सुरक्षा – रिसर्च बताती हैं कि Ozempic जैसी दवाएं हार्ट अटैक और किडनी की समस्याओं के खतरे को भी कम कर सकती हैं।
4. डिमेंशिया से संभावित सुरक्षा हाल की दो अलग-अलग स्टडीज़ में पाया गया कि GLP-1RAs और SGLT2 inhibitors जैसे कार्डियो-प्रोटेक्टिव मेडिकेशंस लेने के बाद लोगों में डिमेंशिया और
अल्ज़ाइमर का खतरा 45% तक कम हो सकता है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना यही है कि इस ओर और गहरी रिसर्च की ज़रूरत है।
संभावित साइड इफेक्ट्स
जैसे हर दवा के हैं Ozempic के भी कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं जैसे हर दवा के हैं :
- जी मिचलाना (Nausea)
- पेट दर्द या उल्टी
- कब्ज या दस्त
- भूख की कमी
- डिहाइड्रेशन (यदि उल्टी या दस्त अधिक हो)
- कुछ दुर्लभ मामलों में पैंक्रियास की सूजन या गॉलब्लैडर की समस्या भी हो सकती है , इसलिए डॉक्टर की निगरानी में ही इसे लें।
Ozempic उपयुक्त न हो, तो ये विकल्प मौजूद हैं:
Trulicity (Dulaglutide)
– Mounjaro (Tirzepatide) – वजन कम करने और डायबिटीज़ के लिए नया और प्रभावी |
– SGLT2 Inhibitors – जैसे Jardiance, Farxiga |
– Lifestyle बदलाव – स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और नींद
किन लोगों को नहीं लेना चाहिए ?
– जिनको टाइप 1 डायबिटीज़ हो
– गर्भवती महिलाएं या स्तनपान कराने वाली महिलाएं
– जिनके परिवार में थायरॉइड कैंसर का इतिहास हो
– पैंक्रियास की बीमारी वाले लोग
कब असर दिखना शुरू होता है ?
– कुछ लोगों को 2-4 हफ्तों में फर्क महसूस होता है।
– वजन और ब्लड शुगर पर पूरा असर 8 से 12 हफ्तों में दिख सकता है।
Ozempic ज़्यादा से ज़्यादा डायबिटीज़ के इलाज तक ही सीमित नहीं है – यह वजन घटाने और शायद दिमागी स्वास्थ्य के लिए भी प्रभावी साबित हो सकता है। लेकिन जैसे कि हर दवा होती है, यह भी सभी के लिए उपयुक्त नहीं होती, इसलिए इसे शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श ज़रूरी है।यदि आप डायबिटीज़ से जूझ रहे हैं और वजन या दिमागी सेहत को लेकर चिंतित हैं, तो Ozempic आपके लिए एक संभावित समाधान हो सकता है लेकिन सही जानकारी और निगरानी के साथ।